मिश्री
मिश्री (Rock Sugar) – Remedies from Kitchen
Home Remedies through Kitchen Spices – मिश्री
- मिश्री को sugar का शुद्धतम रूप माना जाता है अतः चीनी, गुड़ इत्यादि की जगह मिश्री का लेना सध्य यानि तुरंत उर्जा देने वाला माना जाता है
- सूखी खांसी की अवस्था में मिश्री चूसने से आराम मिल जाता है
- मिश्री के संयोग से बना सीतोपलादि चूर्ण को हर परिवार को अपने घर में स्थान देना चाहिए – यह खांसी, जुकाम, श्वास कष्ट, एलर्जी इत्यादि के लिए सबसे कारगर योगों में से एक है.
- यदि किसी व्यक्ति को बार बार प्यास लगने के कारण कंठ सूखता हो तो उसे मिश्रीयुक्त पानी का सेवन करवाने से लाभ मिलता है
- पित्त के कारण सीने में जलं होने पर रोगी को भोजन के प्रति अरुचि हो जाती है. ऐसी स्थिति में मिश्री १० ग्राम एवं छोटी इलायची दो ग्राम – दोनों को पीसकर कई दिनों तक दिन में २ से ३ बार प्रयोग करने पर सीने की जलं दूर हो जाती है
- मिश्री को सिंघारे के चूर्ण में मिला कर सुबह शाम प्रयोग करने से श्वेत प्रदर ठीक हो जाता है
- बालकों में बार बार दस्त होने के कारण शरीर में पानी की कमी होने पर, नमक एवं मिश्री की समान मात्रा उबले हुए पानी में डाल कर रख लें एवं प्यास लगने पर यही पानी बच्चे को दें.